Friday, March 20, 2009

दोस्तों के लिए



आपको पाकर अब खोना नही चाहते
इतना खुश होकर अब रोना नही चाहते
यह आलम है हमारा आपकी जुदाई से
आँखों में नींद है मगर सोना नही चाहते

वह जिंदगी ही क्या जिसमे मोहब्बत नही,
वह मोहब्बत ही क्या जिसमे यादें नही,
वह यादें ही क्या जिसमे तुम नही,
और वह तुम ही क्या जिसके साथ हम नही

न ख्वाबों में देखा, न नज़रों में देखा,
हजारों में एक हमने तुम ही को देखा,
गम देने वाले तो हर पल है यहाँ,
हर पल खुशी देने वालों में एक तुम ही को देखा

मिटटी की अनोखी मूरत हो तुम,
जिंदगी की एक ज़रूरत हो तुम,
फूल तो खुबसूरत होते है,

फूलो से भी खुबसूरत हो तुम

7 comments:

डा0 हेमंत कुमार ♠ Dr Hemant Kumar said...

Sujeet ji ,
bahut achchhee lagee apkee kavita...aise hee age bhee likhte rahiye.shubhkamnayen.
HemantKumar

gazalkbahane said...

मिटटी की अनोखी मूरत हो तुम,
जिंदगी की एक ज़रूरत हो तुम,
फूल तो खुबसूरत होते है,
फूलो से भी खुबसूरत हो तुम
आम तौर पर लोग ब्लॉग पर केवल अच्छा ,बहुत अच्छा,सुन्दर,बधाई लिख कर खुश करते हैं ,ब्लॉग पर सुझाव देना नाराजगी मोल लेना होता है।
पर क्या करूं आदत से मजबूर लीजिये संभालिये एक सलाह
आप की रचना कहती है कि आपका हृद्‌य काव्यानुकूल है याने आप मे गज़लियत है-अगर गज़ल छंद सीख लेंगे तो और बेहतर होगा। बाकी आपकी मर्जी।हां ब्लॉगिंग पर स्वागत तो है ही वरना क्यों लिखता यह टिपण्णी।
अभिनव प्रथम कदम पर बधाई
अगर कविता या गज़ल में रुचि हो तो मेरे ब्लॉग पर आएं
http://gazalkbahane.blogspot.com/
http:/katha-kavita.blogspot.com
हां word verification हटाएंगे ज्यादा टिपण्णियां पाएंगे
श्याम सखा ‘श्याम’

Vivek Ranjan Shrivastava said...

फूल तो खुबसूरत होते है,
फूलो से भी खुबसूरत हो तुम wah ! WAH !!!!

गोविंद गोयल, श्रीगंगानगर said...

sundar bhav, narayan narayan

उम्मीद said...

welcome i hindi blog world

वन्दना अवस्थी दुबे said...

शुभकामनायें...स्वागत है.

shama said...

Bohot pyaree rachna hai ! Saral shabd....!
Anek shubhkamnayen !
gar word verification hata den to ?
Ek binati maatr hai, aap bura to nahe manenge?