Friday, March 20, 2009

शेर ओ शायरी प्यार मोहब्बत वाली

1) दिल के दर्द को दिल तोड़ने वाले क्या जाने,
प्यार कि रश्मो के ये ज़माने वाले क्या जाने,
होती है कितनी तकलीफ कब्र के नीचे,
ये ऊपर से फूल चड़ने वाले क्या जाने.

2) हर खामोशी का मतलब इनकार नही होता,
हर नाकामयाबी का मतलब हार नही होता.
तो क्या हुआ अगर हम तुम्हे न पा सके,
सिर्फ़ पाने का मतलब प्यार नहीं होता.

3) हर फूल कि अजब कहानी है,
चुप रहना भी प्यार कि निशानी है,
कही कोई ज़ख्म नही फिर भी क्यूँ ये एहसास है,
लगता है दिल का एक टुकडा अज भी उस के पास है .

4) हर राही को मन चाहा मुकाम नही मिलता,
जिसको जी भर प्यार कर सके वो इंसान नही मिलता,
आसमा के सितारों कि तरह हमारे अरमान भी बिखरते रहते है,
जो अपने दिल में हमें जगह दे सके वो मेहरबान नही मिलता

5) सूख जाते हैं लब, लफ्ज़ मिलते नही
होता नही हमसे इश्क बयाँ
उन्हें कैसे बताऊँ दिल की लगी
कैसे सिखाऊँ आंखों की जुबां!

6) तुम्हे दिल मैं बसाये रखता हूँ
और दुनिया को भूलाये रखता हूँ
तुम्हे मेरी नज़र न लग जाए
इस लिए नज़रें झुकाए रखता हूँ

7) कैसे कहे कि आप कितनी खुबसूरत हैं,
कैसे कहे कि हम आप पे मरते हैं,
ये तो सिर्फ़ मेरा दिल ही जनता है,
कि हम आप पे हमारी जवानी कुर्बान करते हैं...

8) प्यासी निगाहों ने हर पल उनका दीदार माँगा,
जैसे अमावस ने हर रात चाँद माँगा,
रूठ गया वो खुदा भी हमसे,
जब हमने अपनी हर दुआ में उनका साथ माँगा

9) साथ तो मांगने से मिल सकता है
लेकिन प्यार मांगने से नही मिलता
क्योंकि प्यार किया नही जाता
प्यार तो हो जाता दिल से दिल को जब कोई प्यारा लगता है.

10) यह रात इतनी तनहा क्यूँ होती है,
किस्मत से अपनी सबको शिकायत क्यूँ होती है,
अजीब खेल खेलती है यह किस्मत

जिसे हम पा नही सकते उसी से मोहब्बत क्यूँ होती है.

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